मुंबई। वित्त वर्ष 2024-25 में डिजिटल भुगतान (digital payments) की संख्या में 35 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गयी जिसमें महिलाओं, युवा पेशेवरों और छोटे शहरों के उपभोक्ताओं का सबसे अधिक योगदान रहा है। केरनी इंडिया और अमेजन पे (Kearney India and Amazon Pay) की मंगलवार को जारी साझा रिपोर्ट "हाऊ अर्बन इंडिया पे 2025" में कहा गया है कि 89 प्रतिशत महिलाएं ऑनलाइन खरीद के लिए भुगतान के डिजिटल तरीकों को प्राथमिकता देती हैं, जो पहले मुख्य रूप से नकद पर निर्भर थीं।
यही रुझान महिला उद्यमियों में भी दिख रहा है, जहां 80 प्रतिशत महिलाएं अपने व्यवसाय के लिए डिजिटल लेनदेन करती हैं। इसमें सबसे ज्यादा यूपीआई (34 प्रतिशत) भुगतान स्वीकार कर रही हैं। इसके बाद कार्ड (20 प्रतिशत) और वॉलेट्स (आठ प्रतिशत) का स्थान है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि संपन्न महिलाएं क्रेडिट-आधारित लेनदेन की ओर अधिक झुकाव दिखा रही हैं। कुल 69 प्रतिशत महिलाएं रिवॉर्ड और वित्तीय लचीलेपन के कारण क्रेडिट कार्ड पसंद करती हैं, जबकि मध्यम आय वर्ग की महिलाएं अपने दैनिक खर्चों के लिए यूपीआई और वॉलेट को प्राथमिकता देती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अब केवल उच्च मूल्य वाले खरीद जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और परिधान के लिए ही नहीं बल्कि नियमित श्रेणियों जैसे उपयोगिता बिल के लिए भी लोग डिजिटल भुगतान कर रहे हैं। यह परिवर्तन देश को 2030 तक सात लाख करोड़ डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ा रहा है। केरनी इंडिया के पार्टनर और वित्तीय सेवा के लीड शशवत शर्मा ने कहा, "देश की डिजिटल भुगतान क्रांति अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रही है, और खुदरा डिजिटल लेनदेन 2030 से पहले ही सात लाख करोड़ डॉलर को पार कर जायेंगे।
डिजिटल भुगतान अब 90 प्रतिशत ऑनलाइन खरीद के लिए पसंदीदा तरीका है और तेजी से ऑफलाइन खर्चों की जगह ले रहा है। वित्तीय स्वतंत्रता बढ़ने के साथ 57 प्रतिशत महिलाएं सक्रिय रूप से अपने वित्त का नियंत्रण अपने हाथ में ले रही हैं और 80 प्रतिशत महिला उद्यमी अब नकदरहित व्यवसाय चलाना पसंद करती हैं। जेन जेड और मिलेनियल्स देश में क्रेडिट अपनाने को नये सिरे से परिभाषित कर रहे हैं।"
रिपोर्ट में पाया गया कि देश की डिजिटल कहानी अब महानगरों के बाहर छोटे शहरों में भी विस्तार पा रही है। लखनऊ, जयपुर, कोच्चि और भुवनेश्वर जैसे मझौले शहर तेजी से महानगरों की बराबरी कर रहे हैं। यह रफ्तार टैप-एंड-गो पेमेंट्स, को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड और बाय-नाउ-पे-लेटर जैसे नवाचारों से और तेज हो रही है। अमेजन पे इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास बंसल ने कहा कि देश का भुगतान परिदृश्य तेजी से विकसित हो रहा है। ऑफलाइन खरीद के लिए डिजिटल भुगतान की प्राथमिकता सिर्फ एक वर्ष में 48 प्रतिशत से बढ़कर 56 प्रतिशत होना उपभोक्ता व्यवहार में एक मौलिक बदलाव को दर्शाता है।
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Tue, Oct 07 , 2025, 06:45 PM