Life Certificate Rejection: कई वृद्ध पेंशनभोगी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन (digital life certificates online) जमा करते हैं। जब उनके आवेदन अस्वीकृत हो जाते हैं, तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह प्रणाली वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र प्रक्रिया (annual life certificate process) को सरल बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है। प्रक्रिया के दौरान गलत पीपीओ नंबर, आधार कार्ड का मिलान न होना या फिंगरप्रिंट का मिलान (fingerprint mismatches) न होना जैसी समस्याएं इस प्रक्रिया में बाधा डाल रही हैं। इससे अचानक पेंशन बंद होने का डर बना रहता है। लेकिन इसके समाधान भी हैं।
डीएलसी अस्वीकृत होने के मुख्य कारण क्या हैं?
जब पेंशनभोगी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपना डीएलसी जनरेट (DLC through) करते हैं, तो अक्सर छोटी-मोटी गलतियाँ हो जाती हैं। पेंशनभोगी अक्सर गलत पीपीओ नंबर दर्ज कर देते हैं। पीपीओ का मतलब पेंशन भुगतान आदेश है, जो आपकी पेंशन आईडी का काम करता है। अगर यह नंबर थोड़ा भी गलत है, तो सिस्टम इसे अस्वीकार कर देता है। इसी तरह, बैंक खाते या राजकोषीय विवरण में त्रुटियाँ भी समस्याएँ पैदा कर सकती हैं।
और क्या समस्याएँ?
एक और बड़ी समस्या यह है कि कुछ जानकारी आधार कार्ड से मेल नहीं खाती। नाम की गलत वर्तनी, जन्मतिथि का मिलान न होना या मोबाइल नंबर का मिलान न होना भी समस्याएँ पैदा कर सकता है। बायोमेट्रिक स्कैन भी कई बार समस्याएँ पैदा कर सकता है। नेटवर्क की खराबी के कारण कभी-कभी बायोमेट्रिक जमा करते समय त्रुटियाँ आ सकती हैं।
छोटी-मोटी त्रुटियों के कारण समस्याएँ
धुंधली तस्वीरें भी इस प्रक्रिया में समस्याएँ पैदा कर सकती हैं। गलत पेंशन प्रकार, जैसे कि सिविल या रक्षा, का चयन भी एक कारण हो सकता है। अगर आपने दोबारा शादी कर ली है या नौकरी फिर से शुरू कर दी है, तो डिजिटल पहुँच उपलब्ध नहीं है। ऐसे मामलों में, आपको व्यक्तिगत रूप से जाना होगा। कुल मिलाकर, ये छोटी-मोटी त्रुटियाँ पेंशनभोगियों, खासकर बुजुर्गों, जो तकनीक से कम परिचित हैं, को असुविधा पहुँचाती हैं।
अस्वीकृति के बाद इसे कैसे ठीक करवाएँ?
अगर आपकी डीएलसी अस्वीकृत हो गई है, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। सबसे पहले, अपनी पेंशन वितरण एजेंसी (पीडीए) से संपर्क करें। यह आपका बैंक या डाकघर है। वे बैकएंड रिकॉर्ड की जाँच करेंगे और आपको बताएँगे कि समस्या कहाँ है। उसके बाद, आप पोर्टल पर जाकर इसे ठीक कर सकते हैं। सबसे ज़रूरी बात यह है कि सभी विवरण सही ढंग से दर्ज करें। नाम, जन्मतिथि, पीपीओ नंबर, पेंशन प्रकार और बैंक विवरण का मिलान अपने आधार से करें। अगर बायोमेट्रिक्स के लिए उंगलियों के निशान काम नहीं कर रहे हैं, तो आईरिस स्कैन का इस्तेमाल करें; यह ज़्यादा विश्वसनीय है। चेहरे से पहचान के लिए, अपने फ़ोन के कैमरे का इस्तेमाल करें। गूगल प्ले स्टोर से 'आधार फेस आरडी' और 'जीवन प्रमाण फेस ऐप' डाउनलोड करें।
चरणबद्ध प्रक्रिया:
स्थिति कैसे जांचें?
डीएलसी जमा करने के बाद, स्थिति की जाँच करना न भूलें। जीवन प्रमाण पोर्टल jeevanpramaan.gov.in पर जाएँ। अपनी प्रमाण आईडी दर्ज करें, उसे डाउनलोड करें और जाँचें कि क्या इसे स्वीकार किया गया है। डाउनलोड किए गए प्रमाण पत्र पर स्थिति प्रदर्शित होती है। जमा करने पर लेनदेन आईडी वाला एक एसएमएस भी भेजा जाएगा। इस वर्ष एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जागरूकता अभियान क्या है?
ये शिविर 1 नवंबर से 30 नवंबर तक 2000 जिलों और उप-मंडल मुख्यालयों में आयोजित किए जा रहे हैं। 300 शहरों में, विशेष रूप से बीमार या विकलांग पेंशनभोगियों के लिए, घर-घर जाकर और अस्पताल जाकर भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यह 19 बैंकों और 57 पेंशनभोगी कल्याण संगठनों की मदद से किया जा रहा है। अधिक जानकारी के लिए, ippbonline.com पर जाएँ।



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Wed, Nov 19 , 2025, 03:57 PM