Internal dispute: पाकिस्तान का विभाजन अपरिहार्य है, तुच्छ कारणों से देश का विभाजन हो जाएगा; यह समुदाय सड़कों पर उतर आया!

Tue, Apr 29 , 2025, 08:52 PM

Source : Uni India

पाकिस्तान। पाकिस्तान पिछले कुछ दिनों से भारतीय हमले (Indian attack) डरा हुआ है। सरकार को डर है कि देश में इस समय गृहयुद्ध जैसे हालात बन रहे हैं। भारत सरकार (Indian government) ने सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को आंशिक रूप से निलंबित कर दिया है। दूसरी ओर, पाकिस्तान के चार प्रांतों में से एक सिंध राज्य के लोग केंद्र और सेना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। यहां के लोगों ने अपनी ही सेना और शरीफ सरकार पर लाखों अपमान बरसाए हैं।

इस योजना के कारण आंतरिक विवाद उत्पन्न हो गया।

सिंध राज्य में 6 नहरें बनाने की विवादास्पद योजना को लेकर असंतोष फैल गया है। यह योजना 'ग्रीन पाकिस्तान पहल' के तहत शुरू की गई है। सिंध के लोग इस योजना का कड़ा विरोध कर रहे हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि यह पंजाब और सेना की लूट की योजना है। बढ़ते दबाव को देखते हुए सरकार ने इस योजना को स्थगित कर दिया है। लेकिन फिर भी जनता सड़कों से हटने को तैयार नहीं है। कहा जाता है कि इसके पीछे असली कारण दोनों क्षेत्रों के बीच भेदभाव है।

ट्रकों की लंबी कतारें

सिंध प्रांत में लोग पिछले 12 दिनों से इस योजना का विरोध कर रहे हैं। लाखों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। व्यापार ठप्प पड़ा है. पंजाब राज्य की ओर जाने वाले राजमार्ग बंद कर दिए गए हैं। देशभर से कराची बंदरगाह पर माल भेजने वाले ट्रक इस सड़क पर फंसे हुए हैं। वहाँ ट्रकों की लम्बी कतारें लगी हुई हैं। करीब एक लाख ड्राइवर और हेल्पर फंसे हुए हैं।

यह नहर परियोजना ग्रीन पाकिस्तान इनिशिएटिव (GPI) का हिस्सा है। इसकी लागत लगभग 3.3 बिलियन डॉलर है। इस योजना के जरिए पंजाब, सिंध और बलूचिस्तान में 48 लाख एकड़ बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने की योजना है। यह भूमि हमारे गोवा राज्य से आठ गुना बड़ी है। यह योजना 2023 में शुरू की गई। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने इस योजना की आधारशिला रखी।

सिंध के लोग चिंतित हैं

यह योजना एक निजी सैन्य कंपनी को सौंपी गई। फिलहाल भारत ने सिंधु जल संधि परियोजना को निलंबित कर रखा है। इसलिए पाकिस्तान को कम पानी मिल रहा है। सर्दियों तक 45 प्रतिशत जल की कमी होने की आशंका है। नहर योजना के कारण यह डर है कि समुद्र का पानी भी इन नहरों में मिल जाएगा। इसलिए, यह डर है कि मिट्टी खारी हो जाएगी। पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के नेताओं का प्रभुत्व स्पष्ट है। वे कहेंगे कि यह गणित में दाहिनी दिशा है। यह भी असंतोष का एक कारण है। अब यहां के लोगों ने 5 मई को बड़े प्रदर्शन और 11 मई को रेलवे हड़ताल की चेतावनी दी है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups