० दावोस दौरा सफल रहने का दावा
महानगर संवाददाता
मुंबई। स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक सम्मेलन (डब्ल्यूईएफ) में इस बार 3 लाख 53 हजार करोड़ रुपए के अधिक के विदेशी निवेश के समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। इसके अलावा एक से डेढ़ लाख करोड़ रुपए के और एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर करने में विदेशी कंपनियों ने रूचि दिखाई है। इस बात की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि विश्व आर्थिक सम्मेलन में महाराष्ट्र के प्रति विदेशी निवेशकों का रुझान देखने को मिला है।
विश्व आर्थिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए एकनाथ शिंदे राज्य और केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ 15 जनवरी को दावोस रवाना हुए थे। वहां से वापस लौटने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए मुंबई शहर जिला पालक मंत्री दीपक केसरकर, मुंबई उपनगर के पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा (Mangal Prabhat Lodha) मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं और यूएई, ओमान ने महाराष्ट्र में निवेश के लिए अपनी प्राथमिकता दिखाई है। वहीं, आर्सेलर मित्तल, जिंदल, गोदरेज, अडानी जैसी कंपनियों ने भी महाराष्ट्र में निवेश की इच्छा जताई। ऐसे में शिंदे ने दावा किया कि कुल मिलाकर दावोस दौरा सफल रहा। उन्होंने कहा कि पिछले साल दावोस में हुए सामंजस्य करार में से 75 से 80 प्रतिशत करार कागज पर न रहते हुए प्रत्यक्ष रूप से आगे बढ़े। इन समझौते से दो लाख से अधिक नौकरियां पैदा होंगी। रत्न और आभूषण, सूचना प्रौद्योगिकी, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन एनर्जी, पेपर एंड पल्प, खनन उद्योग, कई उद्यमियों ने डेटा सेंटर, बुनियादी ढांचे आदि में निवेश किया है। शिंदे ने कहा कि रत्न एवं आभूषण उद्योग में एक लाख से अधिक नौकरियां पैदा होंगी।
पूरी दुनिया में मोदी का सम्मान
शिंदे ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समान विचारधारा वाले संबंधों के कारण, उद्यमियों ने आत्मविश्वास के साथ महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर निवेश का अनुभव किया है। राज्य में बुनियादी ढांचा, अच्छी संचार सुविधाएं, कुशल जनशक्ति है और महाराष्ट्र के पास एक पारिस्थितिकी तंत्र है। वहीं, कई देशों के लोगों ने कहा कि दावोस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता, गतिशील नेतृत्व और वैश्विक नेता की पहचान हुई है। नरेंद्र मोदी का नाम पूरी दुनिया में जाना जाता है और लोग उनके नाम का सम्मान करते हैं। शिंदे ने कहा कि इससे महाराष्ट्र को विदेशी निवेश के लिए भी फायदा हुआ है।
ढाई लाख करोड़ के करार का क्या हुआ?: देशमुख
इधर राकांपा शरद पवार गुट के विधायक अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले साल दावोस दौरे के बाद कहा था कि ढाई लाख करोड़ रुपए के एमओयू हुए हैं। उन्होंने सवाल किया कि इस करार के अनुसार महाराष्ट्र में कितने उद्योग आए और शुरू हुए? मुख्यमंत्री का यह दावा झूठा है कि पिछले वर्ष के 76 प्रतिशत एमओयू आगे बढ़ रहे हैं। उद्योगों के लिए जमीन की कोई खरीदी नहीं की गई, ऐसे में राज्य सरकार को इस मामले की पूरी जानकारी देनी चाहिए।



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Fri, Jan 19 , 2024, 07:45 AM