० शरद पवार खेमे ने प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे को पार्टी से निकाला
० अजित पवार खेमे ने जयंत पाटिल को हटाकर तटकरे को बनाया अध्यक्ष
मुंबई। राकांपा से अजित पवार (Ajit Pawar) की बगावत एक दिन बाद काका (शरद पवार) और दादा (अजित पवार) के बीच सियासी जंग देखने को मिली। दोनों गुट ने एक दूसरे गुट के नेताओं के निष्कासन की कार्रवाई की। शरद पवार खेमे की तरफ से पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सांसद और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुनील तटकरे (Sunil Tatkare) को पार्टी से निलंबित कर दिया तो इसके जवाब में अजित पवार खेमे ने जयंत पाटिल को राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से हटाकर उनकी जगह सुनील तटकरे को राकांपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया। हालांकि जब अजित पवार से पूछा गया कि पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन है? तो उन्होंने कहा कि क्या आप भूल गए हैं कि शरद पवार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इधर शरद पवार खेमे के नेता जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) ने कहा कि शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से निलंबित कर दिया है, ऐसे में उन्हें कोई भी नियुक्ति करने का कोई अधिकार नहीं है।
रुपाली चाकणकर महिला प्रदेश अध्यक्ष
प्रफुल्ल पटेल ने सह्याद्रि गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राकांपा प्रदेश अध्यक्ष पद से जयंत पाटिल को हटा दिया गया है और उनकी जगह सुनील तटकरे को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। वहीं महिला प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर (Rupali Chakankar) को सौंपी गई है। इसके अलावा युवक प्रदेश अध्यक्ष पद पर सूरज चव्हाण को नियुक्त किया गया है। अजित पवार को गट नेता और अनिल पाटिल पहले की तरह सचेतक बने रहेंगे। सूरज चव्हाण को पहले ही शरद पवार गुट ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था। पटेल ने कहा है कि महाराष्ट्र की शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने का निर्णय सामूहिक है, जो पार्टी द्वारा राजनीतिक स्थिरता प्रदान करने और राज्य एवं देश का विकास सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। अजित पवार का समर्थन करने वाले विधायकों की सटीक संख्या के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने दावा किया कि पूरी पार्टी (53 विधायक) एक साथ है।
पाटिल, आव्हाड को अयोग्य करने संबंधी याचिका
शरद पवार खेमे की तरफ से रविवार को शपथ लेने वाले अजित पवार सहित अन्य पार्टी के आठ अन्य विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करने वाली याचिका विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष पेश की। इसके जवाब में अजित पवार खेमे ने रविवार देर रात जयंत पाटिल और जितेंद्र आव्हाड को अयोग्य करने का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष को दिया है। अजित पवार ने कहा कि जितेंद्र आव्हाड को विपक्ष का नेता और सचेतक बनाया गया है, लेकिन यह काम विधानसभा अध्यक्ष का है।
अच्छी तरह से चल रही महायुति सरकार
अजित पवार ने कहा कि राज्य में महायुति की सरकार अच्छी तरह से चल रही है। कुछ लोगों को लगता है कि यह बगावत है और कुछ को यह नहीं लगता, लेकिन कानून के मुताबिक चीजें अलग हैं। रात 12 बजे प्रेस कांफ्रेंस लेकर फैसला लिया जाता है, इसका कोई अर्थ नहीं है। पार्टी के अधिकांश विधायक किसके पास हैं, नेता किसके पास है, बहुमत किसके पास है, इस पर विचार किया जाना चाहिए। अजित पवार गुट ने पार्टी के प्रवक्ता पद पर अमोल मिटकरी, उमेश पाटिल, संजय तटकरे और सूरज चव्हाण को नियुक्त किया है। इसके पहले जयंत पाटिल ने पार्टी के पदाधिकारी शिवाजीराव गर्जे, नरेंद्र राणे, विजय देशमुख को पार्टी से निष्कासित कर दिया। ये तीनों नेता ने 2 जुलाई को शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था।
अजित पवार को आशीर्वाद नहीं
इधर सातारा में शरद पवार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि उनके भतीजे अजित पवार के विद्रोह को उनका आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं की हरकतों की परवाह किए बिना राकांपा को मजबूत करने और पार्टी कार्यकर्ताओं के विश्वास को बढ़ाने के लिए राज्यव्यापी यात्रा शुरू की है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर कांग्रेस का दावा जायज़ है, क्योंकि उसके पास राज्य में विपक्षी खेमे (opposition camps) में सबसे ज्यादा सीटें हैं। राकांपा प्रमुख ने कहा कि वह किसी के प्रति दुर्भावना रखकर राजनीति नहीं करते। कांग्रेस के पास 288 सदस्यीय विधानसभा में 45 विधायक हैं।



Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Mon, Jul 03 , 2023, 09:04 AM