पायलट की 'बगावत' ने कांग्रेस की बढ़ाई टेंशन, राजस्थान में गहलोत के खिलाफ माहौल का डर भी!

Mon, Apr 10 , 2023, 12:59 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव (rajasthan assembly elections 2023) इसी वर्ष है। कांग्रेस पार्टी को राजस्थान का 'रिवाज' बदले की उम्मीद है। वो प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने की पूरजोर कोशिश कर रही है। लेकिन प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार (ashok gehlot govt) की इन तमाम कोशिशों पर पार्टी के भीतर का विरोध भारी पड़ रहा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (sachin pilot) और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच अदावत रविवार को अब नए रूप में सामने आई है। दोनों के बीच का द्वंद्व अब सार्वजनिक हो चुका है। पायलट मंगलवार को गहलोत सरकार के खिलाफ जयपुर में अनशन पर बैठने वाले हैं। जुलाई 2020 के बाद पायलट की प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ इस 'बगावत' ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। पार्टी ने हाल ही घोषणा की थी कि वो आगामी विधानसभा चुनाव गहलोत के चेहरे पर लड़ेगी। जनता को समर्पित योजनाओं के आधार पर पार्टी चुनावी मैदान में उतरेगी। लेकिन पायलट के बगावती तेवर, और पार्टी के भीतर गहलोत की खिलाफत से जनता के बीच साख खराब होने का डर सताने लगा है।
कांग्रेस नेतृत्व ने पायलट के आरोपों को खारिज किया
सचिन पायलट की ओर से अशोक गहलोत सरकार पर किए हमले के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का बयान भी सामने आया है। रंधावा ने पायलट के इस बगवाती कदम को 'उचिन नहीं' करार दिया है। उन्होंने पायलट के आरोपों को खारिज करते हुए यह भी कहा कि उन्होंने उनके सामने कभी भ्रष्टाचार का मुद्दा नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि पायलट को सार्वजनिक तौर पर इस तरह बात रखने से पहले उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाना चाहिए था। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दिनों में पायलट के साथ उनकी 20 से अधिक बैठकें हुए हैं। लेकिन उन्होंने एकबार भी इसका जिक्र नहीं किया। बता दें कि रंधावा को पिछले साल दिसंबर में प्रभारी बनकर राजस्थान आए थे।
पार्टी फिर गहलोत-पायलट के बीच समझाइश की काेशिश में
जुलाई 2020 में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच का मनमुटाव बगावत तक पहुंच गया था। लेकिन गहलोत ने जहां अपनी जादूगरी से सियासी तिकड़ साधते हुए कांग्रेस की सरकार बचा ली थी। वहीं कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट को मनाने में सफल रहा। अब विधानसभा चुनाव से पहले पायलट फिर बगावत पर उतर आए हैं। ऐसे में पार्टी फिर से दोनों के बीच समझाइश कराने में जुट गई है। प्रदेश प्रभारी रंधावा ने कहा कि वह मंगलवार को जयपुर पहुंचेंगे। और पायलट तथा गहलोत दोनों से बात करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गहलोत पर हमले के बाद पायलट का अगला कदम क्या?
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार के खिलाफ सचिन पायलट ने रविवार को प्रेस वार्ता की। उन्होंने नया मोर्चा खोलते हुए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में हुए कथित ‘भ्रष्टाचार’ पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए। प्रेस वार्ता के जरिए उन्होंने 'मिलीभगत' की बात भी कही। सार्वजनिक तौर पर गहलोत के खिलाफ इस कदम के बाद अगला पायलट अब 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर अनशन करेंगे। अनशन एक दिन का होगा। लेकिन सबकी नजरें अब पायलट के इस धरने में गहलोत के खिलाफ अन्य कांग्रेस नेताओं की उपस्थित पर टिकी हैं। पायलट का अगला कदम अपने समर्थक कांग्रेस विधायकों को एकजुट करना हुआ तो गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है। सत्ता में वापसी के सपने को साकार करने में भी यह अड़चन बड़ी साबित हो सकती है।
गहलोत खेमे के नेता भी पायलट साथ!
सचिन पायलट ने अपने इस बगावती कदम से ठीक एक दिन पहले जयपुर में यूथ कांग्रेस को अपने साथ जोड़ा। जयपुर में मशाल रैली में युवाओं की भीड़ काे संबोधित किया। इस रैली में भले ही उन्होंने बीजेपी की केंद्र सरकार पर हमला बोला लेकिन पार्टी के कार्यकर्ताओं को साधने की कोशिश में कामयाब रहे। 5 साल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे पायलट अब प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ अपने संघर्ष के पुराने साथियों को एकजुट कर सकते हैं। उधर, गहलोत सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री और जयपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास भी उनके इस कदम की सरहाना करते दिखे हैं। उन्होंने उन्होंने राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय हुए कथित भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की पायलट की मांग का समर्थन किया है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups