अलवर: राजस्थान में अलवर जिले के सरिस्का बाघ परियोजना (Sariska Tiger Project) की बफर रेंज में रविवार शाम एक बाघिन और उसके चार शावकों (tigress and her four cubs) को देखकर पर्यटक़ राेमांचित हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पहला मौका है जब पर्यटकों को इतनी संख्या में बाघों के दीदार हो रहे हैं। बारा लिवारी रास्ते पर शाम की सफारी के दौरान बाघिन एसटी-19 (tigress ST-19) अपने चार शावकों के साथ स्वच्छंद विचरण करती दिखाई दी। बाघों को देखकर पर्यटक गदगद हो गए।
वनपाल ज्योति शर्मा ने सोमवार को बताया कि अलवर बफर रेंज में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जहां अलवर बफर रेंज बाघों से आबाद हो गया है। बाघों की संख्या बढ़ने से पर्यटकों को वे आसानी से नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अलवर शहर के नजदीक होने के कारण अब पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इस क्षेत्र में करीब 11 बाघ हैं। जिनमें पहली बार पांच बाघ एक साथ विचरण करते दिखाई दिये। गाइड आकाश पारीक ने बताया कि शाम की सफारी के दौरान बाघिन एसटी-19 और उनके चार शावक झाड़ियों से निकलते नजर आए। उन्होंने बताया कि जिस रास्ते पर सफारी कर रहे थे, वहां पहले हमें पगमार्क नजर आए। हमने पगमार्कों का पीछा किया तो बाघिन एसटी-19 दिखाई दी।
फिर तीन शावक एक-एक करके बाहर आए। थोड़ा आगे गये तो चौथा शावक भी झाड़ियों से निकल आया। जिससे पांचों बाघ हमें एक साथ दिखाई दिए। वे आगे पहाड़ की ओर चले गए। शावकों की उम्र करीब नौ महीने की है। अलवर बफर रेंज के रेंजर शंकर सिंह ने बताया सरिस्का बाघ परियोजना में बाघों की लगातार बढ़ोतरी के साथ अब वहां भी बाघों की संख्या 11 हो गयी है, जिसमें छह शावक हैं । इस बफर रेंज में चार बाघिन और एक बाघ है। छह शावक अलवर बफर रेंज में स्वच्छंद विचरण करते हैं। सरिस्का बाघ परियोजना में कुल मिलाकर 50 बाघ हो गये हैं।



Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Mon, Nov 17 , 2025, 12:45 PM