- पडरौना सीट पर आरपीएन सिंह की संभावित दावेदारी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म
कुशीनगर, 25 जनवरी (हि.स.)। कुशीनगर के पडरौना विधानसभा सीट को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं चल पड़ी हैं। जिसमें विधायक पद की जीत की हैट्रिक का बाद की चर्चा काफी रोचक है। लोगों की कयासबाजी के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्या की जीत की हैट्रिक ही उनके राजनैतिक सूर्य के डूबने के संकेत देने लगा था।
इसके पीछे तर्कों की लंबी फेरहिस्त है। इसकी शुरुआत तत्कालीन कांग्रेस नेता और विधायक कुंवर आरपीएन सिंह से शुरू हो रही है। शाम को चाय की दुकान पर बैठे लोगों की चर्चाएं आम हो रही हैं और इसके निहितार्थ भी नुलिकले जा रहे हैं। अधिकांश का मानना है कि इस बार राजा साहब की तकदीर बदलेगी। वजह स्वामी प्रसाद मौर्या ने जीत हैट्रिक लगाकर इतिहास को दोहराने पर मजबूर कर दिया है।
चंद्रभानु सिंह, शिवप्रताप नारायण सिंह, जयप्रकाश सिंह, परीक्षित सिंह, श्रीराम सिंह, सरोजकांत मिश्र आदि का कहना है कि कुंवर आरपीएन सिंह के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने से राजनैतिक समीकरण बदलेंगे। इससे केवल न सिर्फ कुशीनगर जिला ही नहीं, बल्कि पूर्वांचल की सियासत के नए समीकरण बनेंगे। भाजपा को लाभ मिलना तय है। इनका कहना है कि कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री रहते हुए राजा साहब ने जो कार्य करवाये थे, उन्हें आज भी याद करते हुए गर्व का अनुभव होता है। एक ईमानदार नेता का यह अच्छा निर्णय है। इतना हैं नहीं, राजा साहब यानी कुंवर आरपीएन सिंह के बारे में इनकी बातें यहीं नहीं रुकती।
इनका मानना है कि राजा साहब का व्यक्तिगत प्रभाव भी है। बाकायदा इसका उदाहरण देते हुए ये कहते हैं कि जब उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में कांग्रेस अपनी जमीन खो रही थी, चारों ओर कांग्रेस से नाराजगी थी; तब कुंवर आरपीएन सिंह ने पडरौना विधानसभा सीट से जीत हासिल करते रहे। उस समय, जब बसपा-सपा की लहर चल रही थी, आरपीएन ने पडरौना विधानसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाई थी, लेकिन इसके साथ ही आशंकाएं भी जताई जा रहीं हैं।
राजेश चौबे, डॉ मनोज कुमार, पत्रकार मनोज गिरी आदि का कहना है कि वर्ष 1996, 2002 और 2007 में जीत की हैट्रिक लगाने के बाद कुंवर आरपीएन सिंह की तकदीर ने धोखा दे दिया था। अब वही समीकरण स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ है। स्वामी प्रसाद मौर्या ने भी जीत की हैट्रिक लगा ली है। अब उनके राजनीति का सूर्य अस्ताचलगामी हो रहा है। यदि आरपीएन सिंह चुनाव मैदान में आये तो स्वामी प्रसाद मौर्य की तकदीर भी धोखा दे सकती है।
कुछ ऐसी है जीत की हैट्रिक की तस्वीर
- वर्ष 1996 कांग्रेस - कुंवर आरपीएन सिंह (पडरौना सदर)
- वर्ष 2002 कांग्रेस -कुंवर आरपीएन सिंह (पडरौना सदर)
- वर्ष 2007 कांग्रेस -कुंवर आरपीएन सिंह (पडरौना सदर)
- वर्ष 2009 बहुजन समाज पार्टी - स्वामी प्रसाद मौर्य (पडरौना सदर)
- वर्ष 2012 बहुजन समाज पार्टी - स्वामी प्रसाद मौर्य (पडरौना सदर)
- वर्ष 2017 भारतीय जनता पार्टी - स्वामी प्रसाद मौर्य (पडरौनाना सदर)



Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Tue, Jan 25 , 2022, 10:15 AM