अबतक 24 नेताओं ने छोड़ी पार्टी
पाकिस्तान : पाकिस्तान की राजनीति (politics of Pakistan) में सेना का दबदबा दशकों से रहा है. पड़ोसी देश की सत्ता का रास्ता सेना से होकर ही गुजरता है. इमरान खान (Imran Khan) भी कभी सेना के चहेतों में एक थे. अब वह सेना की सबसे बड़ी सिरदर्दी हैं. इमरान खान की 9 मई की गिरफ्तारी ने मानो समर्थकों की नजर में उन्हें और पॉपुलर कर दिया है. बावजूद इसके आर्मी एक्शन की डर से पार्टी के नेता उनका साथ छोड़ रहे हैं. अबतक 24 नेताओं ने इमरान खान की पार्टी पीटीआई से किनारा कर लिया है. इसपर उन्होंने कहा कि अबतक हमने पाकिस्तान में जबरदस्ती शादी सुना था, लेकिन अब जबरदस्ती तलाक कराई जा रही है. पीटीआई कार्यकर्ताओं की ‘अवैध’ गिरफ्तारी पर उन्होंने मानवाधिकार संगठनों को याद किया और पूछा कि सभी संगठन कहां छिप गए? 9 मई की हिंसा के बाद सेना पीटीआई नेताओं पर लगातार शिकंजे कस रही है.
शाह महमूद भी छोड़ सकते हैं इमरान का साथ
पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी के बारे भी संभावना है कि वह पार्टी से किनारा कर लेंगे. वह इमरान खान सरकार में विदेश मंत्री रहे हैं. हालांकि, पार्टी छोड़ने के दावों को कुरैशी ने खारिज किया है. इस बीच इमरान खान की करीबी नेता शिरीन मजारी ने पार्टी छोड़ दी. वह पूर्व मानवाधिकार मंत्री हैं. इतना ही नहीं उन्होंने निजी कारणों से राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया. शिरीन मजारी को मंगलवार को पंजाब पुलिस ने पांचवीं बार गिरफ्तार किया है. बीते दिन फैयाजुल हसन चौहान ने भी पीटीआई छोड़ दी.
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के अस्तित्व का सवाल
नेताओं के पलायन से पीटीआई के अस्तित्व पर सवाल उठ रहे हैं. पार्टी चीफ इमरान खान पहले ही दावा कर चुके हैं पीटीआई को खत्म करने के लिए हिंसा कराई जा रही है. कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का अनुमान है कि पीटीआई नेताओं का पलायन ‘बाहरी ताकतों’ के दबाव की वजह से हो रहा है. अध्यक्ष इमरान खान ने बार-बार दावा किया है कि पीटीआई को छोड़ने के लिए पार्टी नेताओं पर भारी दबाव बनाया जा रहा है.
पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान का कहना है कि स्वतंत्र जांच से ही साफ होगा कि आखिर हिंसा कौन कर रहा है. गौरतलब है कि, इमरान फिर से अरेस्ट किए जा सकते हैं. इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने फिलहाल उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है. इस बीच उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को साजिशों को समझने की अपील की. इमरान ने अपने संबोधन में पार्टी कार्यकर्ताओं से हिंसा-आगजनी से बचने की अपील की है.
पीटीआई का साथ छोड़ने वालों में कई पूर्व मंत्री
हाल ही में जिन नेताओं ने पीटीआई से किनारा किया है, उनमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री आमिर महमूद कियानी, पूर्व मंत्री मलिक अमीन असलम, पूर्व प्रांतीय मंत्री डॉक्टर हिशाम इनामुल्लाह मलिक, पीटीआई पश्चिम पंजाब के अध्यक्ष फैज़ुल्लाह कमोका, और डॉक्टर मुहम्मद अमजद शामिल हैं. इनके अलावा खैबर पख्तूनवा में मुख्यमंत्री के एडवाइजर रहे अजमल वजीर, पूर्व प्रांतीय मंत्री मुबीन खिलजी शामिल हैं. इनके अलावा अलग-अलग प्रांतों में पार्टी के स्थानीय अध्यक्ष और उपाध्यक्षों ने भी पार्टी छोड़ दी है.
9 मई की हिंसा पर इमरान खान की स्वतंत्र जांच की मांग
इमरान हिंसाओं के पीछे बड़ी साजिश का दावा कर चुके हैं. वह कहते हैं कि अगर स्वतंत्र रूप से जांच कराई जाती है तो असामाजिक तत्वों का खुलासा हो जाएगा. खासतौर पर जिन्ना हाउस या कॉर्प्स कमांडर हाउस में आगजनी बड़ा मुद्दा है. इमरान कहते हैं कि हिंसा मामले में स्वतंत्र जांच होनी चाहिए. कॉर्प्स कमांडर हाउस में आगजनी और हिंसा का पीटीआई चीफ इमरान और पार्टी के अन्य नेताओं ने भी आलोचना की है. पड़ोसी देश में सिर्फ राजनीतिक हालात ही खराब नहीं है. बल्की कंगाली के बीच पैदा हुए राजनीतिक हालात ने पाकिस्तान को गृह युद्ध के मुहाने ला खड़ा किया है.



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Wed, May 24 , 2023, 11:57 AM