इसके पहले UAE और सऊदी गए थे
इस्लामाबाद/बीजिंग। पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर (Chief General Asim Munir) चार दिन के दौरे पर चीन पहुंच गए हैं। नवंबर में आर्मी चीफ का ओहदा संभालने के बाद मुनीर का यह पहला चीन दौरा है। इसके पहले वो UAE और सऊदी अरब (UAE and Saudi Arabia) की विजिट कर चुके हैं। पाकिस्तानी सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मुनीर चीन के अफसरों से दोनों देशों के मिलिट्री रिलेशन्स ज्यादा मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। मुनीर की विजिट में यह जरूर हो सकता है कि चीन किसी तरह पाकिस्तान के कर्ज की शर्तों में कुछ राहत दे। इस बारे में वहां की सरकार और फौज खामोश हैं।
4 दिन का लंबा दौरा क्यों?
आसिम मुनीर 4 दिन चीन में रहेंगे। आमतौर पर इस तरह के दौरे इतने लंबे (long 4 day) होते नहीं हैं। पाकिस्तान के सीनियर जर्नलिस्ट मुर्तजा सोलंगी (journalist Murtaza Solangi) ने सोशल मीडिया पर कहा- चीन की मिलिट्री लीडरशिप भी वहां की सरकार की तरह है। दोनों के ही बारे में बहुत ज्यादा चीजें सामने नहीं आतीं। दूसरी बात, पाकिस्तान पर चीन का जबरदस्त कर्ज है। IMF ने भी अब तक 1.2 अरब डॉलर के कर्ज की किश्त जारी करने का कोई ठोस वादा नहीं किया है। लिहाजा, यह देखना होगा कि यह मामला सिर्फ सैन्य संबंधों तक रहेगा या कुछ और मामलात भी हैं।
पिछले दिनों पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ ने एक रिपोर्ट में बताया था कि रूस ने पाकिस्तान को जो सस्ता तेल देने का भरोसा दिलाया है, उसके पीछे भी चीन का रोल है। इसके पहले भारत के दबाव में रूस किसी भी हालत में पाकिस्तान को तेल या अनाज देने को तैयार नहीं था। रूस ने भारत से बात करने के बाद ही पाकिस्तान को क्रूड ऑयल सप्लाई करने का फैसला किया।
इसमें भी चीन का फायदा
इस रिपोर्ट में आगे कहा गया था- अगर रूस हमारे मुल्क पाकिस्तान को क्रूड ऑयल करने का फैसला कर भी लेता है तो इसमें चीन का फायदा होगा। इसकी वजह यह है कि पाकिस्तान के पास इस तरह की कोई रिफाइनरी ही नहीं है जो रूस का हैवी क्रूड रिफाइन करके उसे इस्तेमाल के लायक बना सके। भारत और चीन के पास इस तरह की कई रिफाइनरीज मौजूद हैं। यही वजह है कि भारत ने रूस से सस्ती कीमत पर जबरदस्त तेल खरीदा और उसे रिफाइन करके कई देशों को बेचकर तगड़ा प्रॉफिट कमाया।
इसी रिपोर्ट के मुताबिक- अब अगर पाकिस्तान को रूस से सस्ता तेल मिल भी जाता है तो इसका बहुत ज्यादा फायदा नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि यह तेल पहले पाकिस्तान और फिर चीन पहुंचेगा। वहां रिफाइन करके इसे वापस पाकिस्तान लाया जाएगा। इसका मतलब पाकिस्तान को न सिर्फ रिफाइनिंग का चार्ज देना होगा, बल्कि ट्रांसपोर्टेशन का खर्च भी दोगुना हो जाएगा। इसका मतलब ये हुआ कि सस्ता तेल मिलने के बावजूद उसे महंगा पड़ेगा।



Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Wed, Apr 26 , 2023, 11:31 AM