अगरतला/ इम्फाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के एक दिन के दौरे पर मंगलवार को मणिपुर और त्रिपुरा में हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया तथा इम्फाल और अगरतला में दो जन सभाओं में देश में हर क्षेत्र के संतुलित विकास पर बल दिया।
श्री मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्यों में राजमार्ग, इंटरनेट, रेल और हवाई अड्डा जैसे बुनियादी आर्थिक ढांचे तथा शिक्षा, स्वाथ्य और ग्रामीण विकास की परियोजनाओं के तीव्र विकास के लिए पिछले कुछ वर्ष में किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में भारत के विकास का मुख्य स्रोत बनने की संभावना है।
उन्होंने पूवोत्तर क्षेत्र के विकास पर पर्याप्त ध्यान न देने के लिए पहले की सरकारों की आलोचना की और कहा कि देश के विकास के लिए हर क्षेत्र का संतुलित विकास होना जरूरी है।
प्रधानमंत्री अगरतला में नवनिर्मित महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डे का लोकार्पण और राज्य में शिक्षा एवं ग्रामीण विकास की विभिन्न परियोजनाओं के शिलापट का अनावरण करने के बाद वहां जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार त्रिपुरा को पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार के रूप में कर रही है।
श्री मोदी ने कहा, “ 21वीं सदी का भारत, सबको साथ लेकर, सबके विकास और सबके प्रयास से ही आगे बढ़ेगा।
कुछ राज्य पीछे रहें, कुछ राज्य के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहें, ये असंतुलित विकास ठीक नहीं।’ उन्होंने कहा कि विकास का यह असंतुलन,“ त्रिपुरा के लोगों ने दशकों तक, यहां यही देखा है। ”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज एचआईआरए यानी ‘हीरा मॉडल’ पर त्रिपुरा अपनी कनेक्टिविटी सुधार रहा है, अपनी कनेक्टिविटी बढ़ा रहा है।’ उन्होंने कहा,“ पहले यहां भ्रष्टाचार की गाड़ी रुकने का नाम नहीं लेती थी और विकास की गाड़ी पर ब्रेक लगा हुआ था। पहले जो सरकार यहां थी, उसमें त्रिपुरा के विकास का न विजन था और न ही उसकी नीयत थी। गरीबी और पिछड़ेपन को त्रिपुरा के भाग्य के साथ चिपका दिया गया था। प्रधानमंत्री का पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए हीरा की अवधारणा में एच से तात्पर्य हाईवे, आई से इंटरनेटवे, आर से रेलवे और ए से एयरवे है।
विवेकानेद मैदान में आयोजित सभा में राज्य के राज्यपाल सत्यदेव आर्य, मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि राज्य देश को सिंगल यूज़ प्लास्टिक का विकल्प देने में भी त्रिपुरा एक अहम भूमिका निभा सकता है।
यहां बने बांस के झाड़ू, बांस की बोतलें, जैसे प्रोडक्ट्स के लिए बहुत बड़ा बाज़ार देश में बन रहा है। इससे बांस के सामान के निर्माण में हज़ारों लोगों को रोज़गार, स्वरोज़गार मिल रहा है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने मणिपुर में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद इम्फाल की जनसभा में उद्घाटन करते हुए कहा, “ मैंने पहले भी कहा है कि देश का पूर्वी हिस्सा, नॉर्थ ईस्ट, भारत के विकास का प्रमुख स्रोत बनेगा। आज हम देख रहे हैं कि किस तरह मणिपुर और नॉर्थ ईस्ट, भारत के भविष्य में नए रंग भर रहा है।’
उन्होंने कहा, “ जहां नेताजी सुभाष की सेना ने पहली बार झंडा फहराया था, जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की स्वतन्त्रता का प्रवेश द्वार कहा था, वे आज नए भारत के सपने पूरे करने का प्रवेश द्वार बन रहा है। ”
श्री मोदी ने कहा, “ एक समय था जब मणिपुर को पहले की सरकारों ने अपने हाल पर छोड़ दिया था। जो दिल्ली में थे, वो सोचते थे कि कौन इतनी तकलीफ उठाए, कौन इतनी दूर आए। ”
उन्होंने कहा, “ जब अपनों से ऐसी बेरुखी रहेगी, तो दूरियां बढ़ेगी ही। मैं जब प्रधानमंत्री नहीं बना था, उससे पहले भी अनेकों बार मणिपुर आया था। मैं जानता था कि आपके दिल में किस बात का दर्द है और इसलिए 2014 के बाद मैं दिल्ली को, पूरी दिल्ली को, भारत सरकार को आपके दरवाजे तक ले करके आ गया। ”
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र को लेकर पहले की सरकारों की तय पॉलिसी थी और वह पॉलिसी क्या थी, पॉलिसी यही थी- डोन्ट लुक ईस्ट (पूर्व की ओर मद देखो)। पूर्वोत्तर की तरफ दिल्ली में तभी देखा जाता था जब यहाँ चुनाव होते थे। लेकिन हमने पूर्वोत्तर के लिए ‘एक्ट ईस्ट’ का संकल्प लिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ ईश्वर ने इस क्षेत्र को इतने प्राकृतिक संसाधन दिये हैं, इतना सामर्थ्य दिया है। यहां विकास की, पर्यटन की इतनी संभावनाए हैं। इन संभावनाओं पर अब काम हो रहा है। पूर्वोत्तर अब भारत के विकास का गेटवे बन रहा है। ”
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में नए हवाई अड्डे भी बन रहे हैं और रेल भी पहुँच रही है। ज़िरीबाम-तुपुल-इंफाल रेललाइन के जरिए मणिपुर भी अब देश के रेल नेटवर्क से जुड़ने जा रहा है। इम्फ़ाल-मौरे हाइवे (एशियन हाईवे वन) का काम भी तेजी से चल रहा है। ये राजमार्ग दक्षिण पूर्व एशिया से भारत की सम्पर्क सुविधा को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि एकीकृत कार्गो टर्मिनल के जरिए मणिपुर भी व्यापार और निर्यात का एक बड़ा केंद्र बनेगा, आत्मनिर्भर भारत को गति देगा।
मोदी ने इस अवसर पर आजादी के बाद पहली बार किसी वित्त वर्ष में पहले नौ महीनों में 300 अरब के निर्यात के रिकार्ड का उल्लेख किया और कहा कि छोटे-छोटे राज्य भी निर्यात के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं।
इम्फाल की सभा में मणिपुर के गवर्नर ला गणेशन, मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह, उप-मुख्यमंत्री वाई जॉयकुमार सिंह, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और राजकुमार रंजन सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति मंच पर उपस्थित थे।



Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Tue, Jan 04 , 2022, 08:12 AM