गाजियाबाद। तीन कृषि कानूनों की वापसी को लेकर केंद्र सरकार के साथ ऐतिहासिक जंग के बाद किसान नेता राकेश टिकैत और उनके समर्थक बुधवार को दिल्ली-यूपी बॉर्डर से घरों की ओर रवाना हो गए। गाजीपुर बॉर्डर इन किसानों का 383 दिनों से ठिकाना बना हुआ था। एक साल तक सर्दी, गर्मी और बरसात झेलते हुए इन किसानों ने आंदोलन को जारी रखा और अब केंद्र सरकार की ओर से इनकी सभी मांगें मान लिए जाने के बाद इन्होंने घर वापसी का फैसला किया है।
घर वापसी के इस मौके पर किसान बेहद खुश और उत्साहित दिखे। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्य और समर्थक देशभक्ति के गानों और परंपरागत धुनों पर नाचते हुए नजर आए। किसानों की खुशहाली की प्रार्थन करते हुए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे स्थित यूपी गेट पर सुबह हवन भी किया गया। पिछले एक साल में प्रदर्शन स्थलों पर बनाए गए टेंट-तंबुओं को हटाकर ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर लाद दिया गया।
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने सोशल मीडिया पर अपने काफिले के स्वागत की तस्वीरें और वीडियो साझा किए, जब वे पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव के लिए गाजीपुर से निकले थे। किसान आंदोलन में सबसे प्रमुख चेहरा बनकर उभरे टिकैत ने कहा, ''सड़कों पर 13 महीने तक संघर्ष के बाद आज घर लौट रहे हैं। देश के नागरिकों का दिल से शुक्रिया।'' पिछले एक साल से जब भी आंदोलन कमजोर होता दिखा, बीकेयू अध्यक्ष नरेश टिकैत के छोटे भाई राकेश टिकैत ने "बिल वापसी से घर वापसी होगी" का नारा देते हुए इसे मजबूत किया।
दिल्ली की सीमाओं पर सिंघु, टिकरी और गाजीपुर में लगातार एक साल तक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने तीनों कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किया। बीकेयू के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि सिसौली से पहले टिकैत सर्वखाप के मुख्यालय सोरम जाएंगे। मुजफ्फरनगर के रास्ते में टिकैत का जगह जगह स्वागत किया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने काफिले पर फूल बरसाए।



Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Wed, Dec 15 , 2021, 04:07 AM