Maratha Reservation : ओबीसी की थाली अलग और मराठा की थाली अलग...इस महान नेता की भूमिका!

Mon, Sep 30 , 2024, 03:23 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

मराठा समुदाय के नेता मनोज जारांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन ओबीसी नेता और संगठन ओबीसी के सभी मराठों को आरक्षण देने के खिलाफ हैं. कुछ राजनीतिक दलों ने इस पर खुलकर अपना रुख जाहिर नहीं किया है. मराठा समुदाय को नाराज नहीं करना चाहते बड़ी पार्टियां इस मुद्दे पर चुप हैं. लेकिन कभी मनोज जारांगे का समर्थन करने वाले वंचित बहुजन अघाड़ी नेता प्रकाश अंबेडकर पहली बार सामने आए हैं. इसने यह रुख अपनाया है कि मराठा समुदाय को ओबीसी कोटा के माध्यम से आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। प्रकाश अम्बेडकर ने उस स्थिति का समर्थन किया है। प्रकाश अंबेडकर कहना चाहते हैं कि मराठा समाज अलग है और ओबीसी अलग है.
प्रकाश अंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने क्या कहा?
पार्टी की ओर से ओबीसी संगठनों को एकजुट करने का काम जारी है. इसके लिए जिला समन्वय समिति का गठन किया गया है. इस कमेटी के माध्यम से उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया चल रही है. अगर सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण देना चाहती है तो अलग से आरक्षण दे, लेकिन मनोज जारांगे पाटिल की ओबीसी से आरक्षण न देने की मांग अभी तक नहीं मानी गई है. लेकिन हम ओबीसी संगठनों के रुख का समर्थन करते हैं। प्रकाश अमदेकर ने कहा कि मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि वंचित बहुजन अघाड़ी की स्थिति यह है कि ओबीसी के लिए आरक्षण ओबीसी के पास ही रहना चाहिए।

शरद पवार (sharad pawar) ने विवाद को बढ़ाया
रत्नागिरी की बैठक में शरद पवार ने कहा था कि हम जारांगे पाटिल की मांग का समर्थन करते हैं. इसलिए कई ओबीसी संगठनों ने शरद पवार की निंदा की है. ओबीसी और मराठा समुदाय में अब एक गुट खड़ा हो गया है. इसलिए मराठाओं के लिए ओबीसी समुदाय आरक्षण विरोधी हो गया है जबकि मराठा समुदाय आरक्षण का पक्षधर हो गया है.
पिछली लोकसभा में हमारे रुख से कांग्रेस को फायदा हुआ. तो फिर ये क्यों नहीं कहा जाता कि हम कांग्रेस की बी टीम हैं. लेकिन जब हमारे स्टैंड के कारण कांग्रेस एनसीपी हार गई तो हम पर बीजेपी की बी टीम होने का आरोप लगाया गया. लोकसभा चुनाव में हमने केवल तीन सीटों पर महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवारों का समर्थन किया। बारामती की सीट प्रतिष्ठित होने के कारण सुप्रिया सुले ने समर्थन मांगा. प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि छत्रपति परिवार पहली बार खड़ा हुआ तो उन्होंने उनका समर्थन किया ताकि उनकी हार न हो.

नितेश राणे (Nitesh Rane) के समर्थन में सरकार
ऐसा लगता है कि नितेश राणे को सरकार का पूरा समर्थन प्राप्त है। इसी के चलते वे विवादित बयान दे रहे हैं. इसके बाद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. प्रकाश अंबेडकर ने गंभीर आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र में 32 जगहों पर हिंदू और मुस्लिमों के बीच दंगे कराने की कोशिश की गई.

सुनील केदार ने राज्य के अधिकारियों को बयान दिया कि अगली बार जब हमारी सरकार आएगी तो हम आपको जवाबदेह ठहराएंगे. इस पर बोलते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा, दुर्भाग्य से राज्य के कुछ अधिकारी इस सरकार का पक्ष ले रहे हैं. वे उतने तटस्थ नहीं रहे हैं जितना उन्हें होना चाहिए। इसके चलते कई लोगों पर कार्रवाई की गई है. यह आश्चर्य की बात नहीं है कि यह भाषा सत्ता के ख़िलाफ़ है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups