Torrential rains: आंध्र में मूसलाधार वर्षा से तीन जिलों में तबाही

Sat, Jul 20 , 2024, 09:55 AM

Source : Uni India

विजयवाड़ा।आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी, पूर्वी गोदावरी और विशाखापत्तनम में मूसलाधार वर्षा (Torrential rains) से अचानक आई बाढ़ (Flash floods) में 170 से अधिक गांव और आवासीय कॉलोनियां जलमग्न हो गईं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 35 हजार एकड़ से अधिक फसलें बर्बाद हो गईं, जबकि वर्षा से संबंधित दो अलग- अलग जगहों से मौतों की सूचना मिली है।आधिकारिक सूत्रों (Official sources) के अनुसार, राज्य में भारी बारिश होने से तीन जिले जलमग्न हैं।श्रीकाकुलम जिले में शबरी नदी, कई नदियाँ और नाले भारी उफान पर हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 316 पर चिंटूर और कल्लेरू गांवों के बीच विभिन्न स्थानों पर दरारें आ गईं, जिसके कारण सड़क पर वाहनों का यातायात बाधित हो गया।

कृषि मंत्री के अत्चन्नायडू ने श्रीकाकुलम जिले के कलेक्टर स्वप्निल दिनाकर के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने उन्हें निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ( NDRF) की सेवाएं लेने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईजी जिले के येराकालुवा में निदादावोल मंडल के तीरुगुडेम गांव में आयी बाढ़ में घंटासला वेंकटेश (56) बह गए।

मंत्री कंडुला दुर्गेश, विधायक बी शेषगिरी राव और कलेक्टर पी प्रशांति ने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कोनसीमा जिले में एक और मौत की सूचना मिली, जब कोप्पानाथी रामबाबू (38), एक मछुआरा, मछली पकड़ने के लिए उप्पुटेरु नाले में गया और डूब गया।

ईजी जिले में बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए नौ मंडलों में नौ जिला स्तरीय विशेष अधिकारियों को नियुक्त किया गया। सड़क संपर्क गंती पेडापुडी, बुरुगुलंका, पेडापुडीलंका, अरीगेलावारिपेट, उदीमुडी और उडीमुडीलंका गांवों में बाधित हो गया। कलेक्टर प्रशांति ने नल्लाजेरला मंडल के अनातपल्ली में बाढ़ राहत केंद्रों के खराब रखरखाव पर गुस्सा व्यक्त किया। उन्होंने औचक निरीक्षण किया और देखा कि वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं है। कृषि अधिकारी एस माधव राव ने बताया कि प्रारंभिक आकलन के अनुसार, ईजी जिले में 7,500 एकड़ से अधिक धान की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है।

ईजी जिले के दोलेश्वरम बैराज में चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी समुद्र में छोड़ा जा रहा। पश्चिम गोदावरी जिले में, यानामादुरू नाले में बाढ़ का पानी भारी प्रवाह के साथ खतरे के निशां से ऊपर है और पानी का स्तर 32 फीट पर है। अधिकारियों के अनुसार, 16 हजार एकड़ से अधिक में धान की फसल बर्बाद हो गई है। एलुरु जिले के तम्मिलेरु जलमग्न है। कलेक्टर के वेत्री सेल्वी ने 12 मंडलों में तहसीलदारों को अलर्ट किया और नियंत्रण कक्ष स्थापित किए। अधिकारियों ने कहा कि कोठागुडेम में येर्राकलुवु से 12,713 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

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