नई दिल्ली. यूरोपीय संघ (European Union) की जलवायु परिवर्तन निगरानी सेवा (climate change monitoring service) ने मंगलवार को कहा कि दुनिया ने अब तक का सबसे गर्म मार्च रिकॉर्ड किया है। इसने 10 महीने का ताप का अध्ययन किया, जिसमें पाया गया कि प्रत्येक महीने ने एक नया तापमान रिकॉर्ड (new temperature record) बनाया। यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा (C3S) ने अपने मासिक बुलेटिन में कहा कि पिछले 10 महीनों में से प्रत्येक नए महीने ने पिछले महीने की गर्मी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसमें भी मार्च सबसे गर्म महीना (hottest month) दर्ज किया गया।
सी3एस की उपनिदेशक सामंथा बर्गेच ने कहा कि ये रिकॉर्ड गर्मी सामान्य से बाहर नहीं है। वे चिंता कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि 1940 से लेकर अब तक के आंकड़ों की जांच के दौरान इस साल का मार्च तब से अब तक का सबसे गर्म महीना रहा है। वहीं, 1850 के बाद से 2023 सबसे गर्म साल रहा है। इंपीरियल कॉलेज लंदन के ग्रांथम इंस्टीट्यूट के जलवायु वैज्ञानिक फ्रेडरिक ओटो ने कहा, "जीवाश्म ईंधन उत्सर्जन ग्लोबल वार्मिंग का मुख्य कारण है।" ओटो ने कहा कि इन उत्सर्जनों को कम करने में विफलता ग्रह के गर्म होने को बढ़ावा देगी, जिसके परिणामस्वरूप अधिक गंभीर सूखा, आग, गर्मी की लहरें और अत्यधिक वर्षा होगी।
गर्मी बढ़ने का क्या कारण है?
बारिश की कमी के कारण अमेज़न के जंगल में सूखे की स्थिति पैदा हो गई। वहीं, वेनेजुएला में जंगल की आग ने जनवरी-मार्च में रिकॉर्ड तोड़ दिया। दक्षिण अफ़्रीका में सूखे के कारण फसलें नष्ट हो गईं और लाखों लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ा। सी3एस का कहना है कि मानव निर्मित ग्रीनहाउस गैसें तेजी से तापमान बढ़ने का कारण हैं। तापमान बढ़ाने वाले अन्य कारकों में अल नीनो भी शामिल है। अल नीनो दिसंबर-जनवरी में चरम पर था और अब कमजोर हो रहा है।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Tue, Apr 09 , 2024, 03:54 AM