Solar Eclipse 2024: सूर्य ग्रहण (Solar eclipse) और चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) भले ही खगोलीय घटनाएं हों, लेकिन ज्योतिष शास्त्र (astronomical events) में इनका विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 को फाल्गुन माह की अमावस्या पर लगेगा। खास बात यह है कि 54 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा। आखिरी पूर्ण सूर्य ग्रहण 1970 में हुआ था। इसके बाद 54 साल बाद चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) से एक दिन पहले यानि गुढ़ी पड़वा (Gudhi Padwa) पर सूर्य ग्रहण लगेगा। ऐसे में साल का पहला ग्रहण बेहद खास होने वाला है। विज्ञान के अनुसार अमावस्या के दिन जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आते हैं तो चंद्रमा के पीछे सूर्य ढक जाता है, यानी सूर्य ग्रहण होता है।
8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा। यह साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। कहा जा रहा है कि इस बार का सूर्य ग्रहण पिछले 50 सालों का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण होगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक, 8 अप्रैल को लगने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण 70 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 9:12 बजे शुरू होगा और 9 अप्रैल की रात 2:00 बजे तक रहेगा। ग्रहण का समय रात का होने के कारण यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
ग्रहण देखें या नहीं?
हिंदू धर्म में ज्योतिष की दृष्टि से इसे अशुभ घटना माना जाता है। ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है. इसलिए ग्रहण काल में सूतक माना जाता है। गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने और नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन ज्योतिषी डाॅ. अनीष व्यास के मुताबिक, यह सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण की तरह भारत में दिखाई नहीं देगा। चूँकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार, सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए सूतक नियम भारत में मान्य नहीं हैं। इसलिए ग्रहण देखने की कोई जरूरत नहीं है।
कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?
हालांकि सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन अन्य देशों में यह ग्रहण दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण कनाडा, मैक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका, बरमूडा, कोलंबिया, ग्रीनलैंड, आयरलैंड, आइसलैंड, रूस और स्पेन में दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण का सूतक काल और सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। लेकिन सावधानी बरतने के लिए आप सूतक के दौरान या ग्रहण के दौरान कुछ मंत्रों का जाप कर सकते हैं। इन मंत्रों के जाप से मानसिक शांति मिलती है और ग्रहण दोष से मुक्ति मिलती है।
ॐ ह्रीं घृणि: सूर्य आदित्य: क्लीं ॐ
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः
ॐ सूर्याय नम:
ॐ घृणि सूर्याय नम:
ॐ हिरण्यगर्भाय नम:
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Mon, Apr 01, 2024, 03:36