नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र आज (4 दिसंबर) से शुरू हो गया है. 4 से 22 दिसंबर तक 19 दिनों के कामकाज के दौरान 15 बैठकें होंगी. इस सम्मेलन में देश में पिछले कुछ महीनों के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होने की संभावना है. महाराष्ट्र मराठा आरक्षण, भारी बारिश, सूखा, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की कर्जमाफी जैसी कई समस्याओं से जूझ रहा है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि संसद के शीतकालीन सत्र में इन मुद्दों पर चर्चा हो और सत्र में मुद्दों को उठाया जाए और उचित समाधान निकाला जाए. इनमें किसानों की कर्ज माफी राज्य में एक ज्वलंत मुद्दा है और इस मुद्दे को एनसीपी के शरद पवार गुट की बारामती से सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने संसद में उठाया था. सत्र के पहले दिन सुप्रिया सुले ने लोकसभा में महाराष्ट्र के किसानों की समस्या उठाई. राज्य के किसानों को आर्थिक मदद की जरूरत है और सुले की ओर से किसानों का पुराना कर्ज माफ कर नया कर्ज देने का अनुरोध किया गया है. (Supriya Sule demanded loan waiver of Maharashtra farmers on first day of Parliament session)
लोकसभा में इस बारे में बोलते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि महाराष्ट्र और मेरे बारामती लोकसभा क्षेत्र (Baramati Lok Sabha constituency) में किसान काफी परेशानी में हैं. कुछ जिलों में ओलावृष्टि के कारण गीला सूखा देखा जा रहा है, जबकि कुछ स्थानों पर इस साल बारिश नहीं हुई है। इसके कारण सूखा पड़ गया है. जलवायु परिवर्तन से किसान संकट में हैं. अंगूर, प्याज, केला, गेहूं, धान, कपास, सोयाबीन समेत अन्य फसलों को नुकसान हुआ है. यवतमाल जिले में कपास और सोयाबीन किसानों की चिंता बढ़ गई है. पश्चिमी महाराष्ट्र के नासिक, बुलढाणा और जलगांव जिलों में भी प्याज किसान संकट में हैं।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="mr" dir="ltr">लोकसभेत शून्य प्रहरादरम्यान महाराष्ट्रातील दुष्काळ आणि अवकाळी पावसामुळे झालेल्या नुकसानीचा मुद्दा उपस्थित केला. आपल्या बारामती लोकसभा मतदारसंघासह महाराष्ट्रातील अनेक जिल्ह्यात दुष्काळामुळे भीषण स्थिती आहे. शेतकरी निसर्गाच्या संकटांमुळे अडचणीत आहे. दुसरीकडे सरकार शेतकऱ्यांच्या… <a href="https://t.co/R7E4V7TcfX">pic.twitter.com/R7E4V7TcfX</a></p>— Supriya Sule (@supriya_sule) <a href="https://twitter.com/supriya_sule/status/1731611286684012589?ref_src=twsrc%5Etfw">December 4, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
राज्य के कुछ हिस्सों में गीला तो कुछ जगहों पर सूखा पड़ने से किसान संकट में हैं. दूसरी ओर तस्वीर यह है कि दूध का दाम नहीं मिल रहा है. महाराष्ट्र में पूरा किसान संकट में है. इसलिए केंद्रीय टीम को तुरंत महाराष्ट्र जाकर निरीक्षण करना चाहिए. केंद्र को भी महाराष्ट्र की मदद करनी चाहिए. साथ ही महाराष्ट्र के सभी मेहनती किसानों का कर्ज माफ किया जाना चाहिए. साथ ही सुप्रिया सुले ने सीधे तौर पर मांग की है कि संसद सत्र के पहले दिन उन्हें नया कर्ज दिया जाए. इसलिए, महाराष्ट्र में किसानों को अब वित्तीय मदद की जरूरत है। इसलिए उन्हें बैंक से ऋण दिलाया जाए। इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन का भी उन पर असर पड़ रहा है और इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए। जब हम संकट में होते हैं तो किसान मदद के लिए आते हैं। इसलिए उन्होंने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र के सभी किसानों का कर्ज माफ किया जाना चाहिए.
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Mon, Dec 04, 2023, 05:20