० बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त करेंगे छानबीन
० मुंबई 24 घंटे पानी आपूर्ति की योजना हुई फेल
मुंबई। मुंबई में टैंकरों के जरिए 10 हजार करोड़ के पानी के घोटाले की जांच अतिरिक्त आयुक्त के मार्फत कराई जाएगी। इस बात की घोषणा नगर विकास विभाग के प्रभारी मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) ने दी। भाजपा विधायक आशीष शेलार (Ashish Shelar) ने मुंबई में पानी की समस्या को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया था।
शेलार ने कहा कि मुंबई के दो वार्ड में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चौबीस घंटे जलापूर्ति (Ashish Shelar) की योजना को लागू करने की योजना बनी थी। इसके लिए मुलुंड और बांद्रा पश्चिम का चयन किया गया। ये दोनों प्रोजेक्ट असफल रहे। इसके लिए 150 करोड़ रुपए कंसल्टेंट को दिए गए तथा 250 करोड़ रुपए ठेकेदार अर्थात कुल 500 करोड़ रुपए का खर्च इस प्रोजेक्ट पर किया गया है। यदि इतना पैसा दो वार्ड के आम लोगों में बांट दिया जाता वे बिसलरी पानी खरदीकर पी सकते थे। इसके विपरीत बांद्रा पश्चिम को जो पानी मिलता था, उसका समय बदला गया और पानी का दवाब कम कर दिया गया। इससे नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने सवाल किया कि पानी देने का समय बदलने से कम से कम 18 से 20 घंटे पानी मिलेगा? इसके अलावा मुंबई में लीकेज के चलते 30 फीसदी अर्थात 500 करोड़ लीटर पानी बेकार चला जाता है, उसे बचाने की कोशिश की जाएगी?
शेलार ने कहा कि मुंबई में 1900 कुएं हैं, इसमें 12500 बोरवेल हैं। केंद्रीय भूजल विभाग के निरीक्षण में सामने आया कि एक बोरवल से टैंकर के माध्यम से 80 करोड़ रुपए की चोरी होती है। इसका अर्थ है कि मुंबई में टैंकर के मार्फत 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया जाता है। क्या सरकार इसकी जांच कराएंगी? इसके जवाब में प्रभारी मंत्री उदय सामंत ने कहा कि मुंबई में टैंकर के जरिए पानी चोरी की जांच की जाएगी। पानी के लीकेज को रोकने के लिए सभी उपायों पर विचार किया जाएगा। साथ ही बांद्रा पश्चिम में पानी आपूर्ति के समय में बदलाव की सूचना मुंबई महानगरपालिका को दी जाएगी। सामंत ने सदन को आश्वस्त किया कि पानी आपूर्ति को लेकर मुंबई के विधायकों की शिकायतों को लेकर एक बैठक ली जाएगी।
पानी लीकेज रोकने की करेंगे उपाय योजना
इधर विधान परिषद में भाजपा विधायक राजहंस सिंह (flamingo lion) की तरफ से उपस्थित आधे घंटे की विशेष चर्चा का जवाब देते हुए मंत्री उदय सामंत ने कहा कि मुंबई शहर को नियमित और पर्याप्त पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पानी के रिसाव को रोकने के उचित उपाय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि तीन साल में 9 हजार 284 अनधिकृत नल कनेक्शन काटे गए और 96 हजार 470 जगहों पर पानी के लीकेज की मरम्मत की गई। सामंत ने कहा कि मुंबई शहर को वर्तमान में तानसा, मोडक सागर, अपर वैतरणा, मध्य वैतरणा और भातसा बांधों से पानी की आपूर्ति होती है। इसके अलावा गारगाई, पिंजाल और दमन गंगा परियोजनाओं के माध्यम से शहर में जलापूर्ति करने की योजना है। उन्होंने कहा कि तीनों परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की कार्रवाई शुरू है। चर्चा में विलास पोतनीस, महादेव जानकर, अनिकेत तटकरे ने भाग लिया।
Source : Hamara Mahanagar Desk - Post By : Rekha Joshi Fri, Mar 24, 2023, 06:45