.jpg)
शिवसेना आपकी कंपनी नहीं… शिंदे का उद्धव पर पलटवार
मुंबई। सीएम एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने बुधवार को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में दशहरा रैली (Dussehra Rally) में उद्धव ठाकरे पर खूब गरजे। उन्होंने कहा कि वे बालासाहेब के विचारों को मानने वाली शिवसैनिक हैं लेकिन उन्हें दो ही शब्दों से नवाजा गया। एक ‘गद्दार’ और दूसरा ‘खोखे’। एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर किया और कहा, ‘हमने गद्दारी नहीं की हमने गदर किया है। हमने क्रांति की है। गद्दारी उन्होंने की है जो 2019 में जनता से वोट पीएम मोदी की तस्वीर दिखा कर मांगी और सीएम की कुर्सी के लिए सिर्फ महा विकास आघाड़ी की सरकार बना ली।’
आगे सीएम शिंदे ने कहा कि वे कहते हैं कि हम ढाई साल तक क्यों शांत रहे? इसलिए शांत रहे कि उनमें हम बालासाहेब (Balasaheb) की छवि देखते थे, लेकिन जब देखा कि बालासाहेब के विचारों के साथ आपने गद्दारी की। शिवसैनिकों के विश्वास के साथ गद्दारी की तो हमने शिवसेना को बचाने के लिए बड़ा कदम उठा लिया।’
‘बालासाहेब के सपने पूरे करने वाले शाह को आप अफजल खान कहते हैं’
सीएम शिंदे ने कहा, ‘गद्दार कौन है, वो हैं जिन्होंने बालासाहेब के विचारों को उनके सपनों को पूरा किया। बालासाहेब का सपना था राम मंदिर बने, पीएम मोदी ने कर दिखाया। बालासाहेब का सपना था कश्मीर से धारा 370 हटे, अमित शाह ने वो कर दिखाया। आपने उनसे धोखा किया। अमित शाह को अफजल खान कहा और जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे को गिरफ्तार किया आप उनके साथ चले गए. दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने वाले को मंत्री बना कर रखे।’
PFI जैसे संगठनों पर आप कुछ नहीं बोलते, और RSS के खिलाफ तो खूब बोलते हैं
पीएफआई जैसे संगठनों पर कुछ नहीं कहने पर भी सीेएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे को आड़े हाथ लिया और कहा कि आरएसएस का देश के निर्माण में अमूल्य योगदान है। उसके बारे में कई बातें कही जाती हैं। पीएफआई पर बंदी लागू होती है तो कहा जाता है आरएसएस पर भी बंदी लगे लेकिन उद्धव ठाकरे इस पर चुप रहते हैं। कैसी लाचारी है यह? हमें मोदी-शाह का गुलाम कहते हैं. दाऊद के गुलाम होने से अच्छा उनका गुलाम होना है जो देश को आगे ले जा रहे हैं।
‘मैंने कुर्सी छाेड़ दी थी आपने कुर्सी के लिए विचार छोड़ दिए’
सीएम शिंदे ने कहा, ‘मैं बहुत कुछ आपके और अपने बीच की बातें बता सकता हूं। लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा। आज तो बस इतना कहता हूं कि 2019 में मुझे उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात चल रही थी। तभी मुझे बताया गया। मैंने बना विचार किए कहा कि नहीं, आप आगे बढ़िए मैं पीछे खड़ा हूं। हम छोड़ने वाले लोग हैं। लेकिन आपने एक झटके में सीएम की कुर्सी के लिए बालासाहेब के विचारों को छोड़ दिया।’
‘शिवसेना ना ठाकरे की ना शिंदे की, शिवसेना बालासाहेब के विचारों की’
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा, ‘ चालीस विधायक आपको छोड़ गए, बारह सांसद आपको छोड़ गए। कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी आपको छोड़ गए। सबको खोखे कह कर मुद्दों को ना छोड़ें। क्यों आपको सब छोड़ गए। आत्मपरीक्षण करें। शिवसेना ना ठाकरे की है ना शिंदे की है। शिवसेना बालासाहेब के विचारों की है।’
‘2019 में महा विकास आघाड़ी बनाया तो इस्तीफा देकर चुनाव लड़े क्या?’
सीएम शिंदे ने कहा, ‘हमें कहा जाता है कि बीजेपी के साथ गए तो अब इस्तीफा देकर चुनाव लड़ो। आपने जब जनमत के खिलाफ जाकर महाविकास आघाड़ी बनाई तो इस्तीफा दिया क्या? चुनाव लड़े क्या? सरकार कांग्रेस और एनसीपी चला रही थी। सेना का झंडा और एनसीपी का एजेंडा मंत्रालय में चल रहा था। आप ढाई सालों में सिर्फ ढाई घंटे के लिए मंत्रालय गए। कोई खुश नहीं था आपसे। क्या ऐसे सरकार चलती है?’
‘सबकी दुकानें बंद की, सिर्फ आपकी दुकान शुरू थी’
सीएम शिंदे ने कहा, ‘सिर्फ कोविड-कोविड कह कर सबको घर बैठा दिया। सारे धंधे चौपट कर दिए। बस आपका धंधा शुरू था। मुझसे ज्यादा कोई नहीं जानता है कि वो क्या धंधा था। सबकी दुकाने बंद कर दी। सिर्फ आपकी दुकान शुरू थी। मुझसे ज्यादा कौन जानता है उस धंधे को।’
‘आपका सिर्फ वर्क फ्रॉम होम, हमारा वर्क विदाउट होम’
सीएम शिंदे ने कहा, ‘कोविड में उनका वर्क फ्रॉम होम शुरू था। हम वर्क विदाउट होम वाले हैं। कोविड में लोग मर रहे थे। सिविल सर्जन ने कोविड सेंटर में जाने से मना किया। लेकिन मैं गया। जो काम करने से घबरा रहे थे, उनको काम पर लगाया। पीपीई किट पहन कर मैं अस्पताल-अस्पताल घूम रहा था। अस्पताल ठीक से काम करें, इस मुहिम में लगा था।’
आपका विचार बस एक ही- हम दो, हमारे दो
सीएम शिंदे ने कहा, ‘पार्टी के काम से मैं कहां-कहां नहीं गया। मैं जब पंजाब गया था और शीर्ष नेतृत्व के साथ था तो मुझे बताया गया कि मेरे नेता ने वहां के शीर्ष नेतृत्व को फोन कर कहा कि नौकर के साथ क्यों जाते हो, मालिक के साथ आओ। नौकर मतलब एकनाथ शिंदे। हम नौकर नहीं, बालासाहेब के शिवसैनिक हैं. शिवसेैनिक जब मिलने जाया करता था तो चप्पल उतारने से पहले ही भगा दिया जाता था। आज कैसे एक-एक शिवसैनिक से मिल रहे हैं। अब कैसे विभाग प्रमुख और शाखा प्रमुख आपको याद आ रहे हैं।’
.jpg)
फोटो ः संतोष परब



Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Wed, Oct 05 , 2022, 10:23 AM