भाजपा के हरिभाऊ बागडे ने सबसे पहले किया मतदान
महानगर संवाददाता, मुंबई। सोमवार को विधान परिषद (Legislative Assembly) की 10 सीटों के चुनाव के लिए 285 विधायकों ने मतदान किया। मतदान सुबह 9 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चला। कांग्रेस की तरफ से भाजपा के दो बीमार विधायकों लक्ष्मण जगताप और मुक्ता तिलक के वोट पर आपत्ति प्रकट करने से मतगणना नियत समय शाम पांच बजे से शुरू नहीं हो पाई। हालांकि पहले राज्य चुनाव अधिकारी और बाद में केंद्रीय चुनाव आयोग (election Commission) ने कांग्रेस की शिकायत को खारिज कर दिया। इसके बाद दो घंटे बाद शाम सात बजे मतगणना शुरू हो सकी। इसी तरह पिछले 10 जून को राज्यसभा चुनाव के वक्त भाजपा ने महाविकास आघाड़ी के तीन विधायकों के मतदान पर आपत्ति प्रकट की थी। इस पर देर रात फैसला लेते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना विधायक सुहास कांदे के वोट को अवैध घोषित कर दिया था। विधान परिषद की कुल 10 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार के घटक शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने दो-दो प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि भाजपा ने पांच उम्मीदवारों को टिकट दिया है।
कांग्रेस को थी दो वोट पर आपत्ति
कांग्रेस की तरफ से भाजपा के दो विधायकों लक्ष्मण जगताप और मुक्ता तिलक के मतदान पर आपत्ति प्रकट की गई थी। पार्टी का कहना था कि दोनों विधायकों ने अपना मतपत्र खुद मतपेटी में न डालते हुए अपने सहयोगियों से डलवाया। हालांकि राज्य चुनाव अधिकारी ने अपनी जांच में पाया कि भाजपा के इन दोनों विधायकों ने महाराष्ट्र चुनाव आयोग (Maharashtra Election Commission) से पहले ही अपने सहयोगियों से मदद लेने की इजाजत ले ली थी। इसके बाद कांग्रेस ने मामले की शिकायत केंद्रीय चुनाव आयोग से की। केंद्रीय चुनाव आयोग ने भी इस शिकायत को खारिज कर दिया। भाजपा नेता गिरीश महाजन ने कहा कि भाजपा के दोनों विधायकों लक्ष्मण जगताप और मुक्ता तिलक ने गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, यही कारण रहा कि उन्होंने राज्य चुनाव आयोग से विधान परिषद के इस चुनाव में दूसरे व्यक्ति से मदद लेने की इजाजत ली थी। महाराष्ट्र की 288 सीटों वाली विधानसभा में 285 वोट ही पड़े, क्योंकि शिवसेना के एक विधायक की मौत और राकांपा के दो विधायक नवाब मलिक और अनिल देशमुख जेल में होने के चलते वे वोट नहीं डाल पाए। इसके पहले सोमवार सुबह 9 बजे विधान परिषद चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ। भाजपा की तरफ से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक हरिभाऊ बागडे ने सबसे पहले मतदान किया। शिवसेना के विधायकों ने नारेबाजी करते हुए विधान भवन में प्रवेश किया।
तीन बीमार विधायक मतदान करने पहुंचे
गंभीर बीमारियों से पीड़ित भाजपा के दो विधायक मतदान करने पहुंचे, जिन्हें व्हीलचेयर पर बैठाकर विधानमंडल परिसर के अंदर ले जाया गया। बीमार विधायकों में से एक मुक्ता तिलक पुणे से आईं। वह कार से यहां विधान भवन पहुंचीं। उन्हें मतदान करने के लिए व्हील चेयर पर विधानमंडल परिसर के अंदर ले जाया गया। लंबे समय से बिस्तर पर पड़े एक अन्य भाजपा विधायक लक्ष्मण जगताप पुणे से एंबुलेंस से विधान भवन पहुंचे। मतदान के लिए उन्हें व्हील चेयर पर विधान भवन के केंद्रीय सभागार ले जाया गया। पैर की चोट से परेशान महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना विधायक शंकरराव गडाख अपने कुछ सहयोगियों की मदद से, अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए विधानमंडल परिसर के अंदर गए।
मलिक- देशमुख को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं
जेल में बंद राकांपा के मंत्री नवाब मलिक और विधायक अनिल देशमुख को विधान परिषद चुनाव में वोट डालने की अनुमति देने से मुंबई उच्च न्यायालय ने इंकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस सी टी रविकुमार और सुधांशु धूलिया की अवकाश पीठ ने राकांपा विधायकों को अंतरिम राहत देने से इंकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह जनप्रतिनिधि अधिनियम के अनुच्छेद 62(5) की व्याख्या कर सकता है, ताकि यह जाना जा सके कि गिरफ्तार विधायक और सांसद राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में मतदान कर सकते हैं या नहीं। यह अनुच्छेद कैदी को वोटिंग करने की अनुमति नहीं देता है।
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इस तरह हुआ मतदान
समय वोट पड़े
सुबह 10 बजे 68
सुबह 11 बजे 142
दोपहर 12बजे 203
दोपहर 1 बजे 246
दोपहर 2 बजे 275
दोपहर 3 बजे 279
शाम 4 बजे 285



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Mon, Jun 20 , 2022, 10:22 AM